Environmental Science: Theory into Practice Notes in Hindi Medium

Aug 11, 2025
1 Min Read

प्रश्न 1. (क) निम्नलिखित को परिभाषित कीजिए (कोई पाँच)


(i) भूमि अवक्रमण
(ii) वायुमंडल
(iii) आर्द्रभूमि
(iv) परमाणु ऊर्जा/नाभिकीय
(v) ओजोन छिद्र
(vi) टुंड्रा पारिस्थितिकी तंत्र

उत्तर -


(i) भूमि अवक्रमण

भूमि अवक्रमण का अर्थ है भूमि की गुणवत्ता का खराब होना। यह मिट्टी के उपजाऊपन, संरचना और पोषक तत्वों की कमी के कारण होता है। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से अत्यधिक खेती, वनों की कटाई, चराई, और प्रदूषण के कारण होती है। पानी और हवा के कटाव, रासायनिक उपयोग, और शहरीकरण भी भूमि अवक्रमण को बढ़ावा देते हैं। इसका असर फसल उत्पादन, पर्यावरण और जीव-जंतुओं पर पड़ता है। इसे रोकने के लिए मिट्टी संरक्षण, वृक्षारोपण, और जल प्रबंधन जरूरी हैं।

Click Here For Full Notes


(ii) वायुमंडल


वायुमंडल पृथ्वी के चारों ओर फैली हवा की परत है, जो जीवन के लिए आवश्यक गैसों जैसे ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, और कार्बन डाइऑक्साइड से भरी हुई है। यह वायुमंडल पृथ्वी को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाता है और मौसम को नियंत्रित करता है।
क्षोभमण्डलः यह वायुमंडल की सबसे निचली परत है, जिसमें मौसम
परिवर्तन और बादल बनते हैं।

समताप मंडलः समताप मंडल में ओज़ोन पृथ्वी पर जीवन को हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण से बचाता है और इसलिए इसे अक्सर 'अच्छा' ओज़ोन कहा जाता है।
मेसोस्पीयरः यह वायुमंडल की मध्य परत है, जहां तापमान बहुत कम होता है।
थर्मोस्फीयरः यह ऊपरी परत है, जिसमें तापमान बहुत उच्च होता है और अयोनित कण होते हैं।



(iii) आर्द्रभूमि

आर्द्रभूमि या वेटलैंड का मतलब है, ऐसा क्षेत्र जहां ज़्यादातर नमी या दलदली भूमि हो. आर्द्रभूमि, स्थलीय और जलीय पारिस्थितिकी प्रणालियों के बीच की संक्रमणकालीन भूमि होती है। इनमें जल स्तर आम तौर पर ज़मीन की सतह पर या उसके पास होता है या ज़मीन उथले पानी से ढकी होती है। आर्द्रभूमि प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। आर्द्रभूमियाँ कई प्रकार की हो सकती हैं दलदल, झीलें और तालाब, मिट्टी में जल आर्द्रभूमियाँ जलवायु परिवर्तन, बाढ़ नियंत्रण, जल के पुनर्भरण और पर्यावरणीय संतुलन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती हैं।

(iv) परमाणु ऊर्जा/नाभिकीय

परमाणु ऊर्जा एक प्रकार की ऊर्जा है जो परमाणु नाभिक (एटम के केंद्र) में मौजूद होती है। इसे दो मुख्य प्रक्रियाओं से प्राप्त किया जा सकता है:

1. नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission): इसमें भारी तत्व, जैसे यूरेनियम-235, के नाभिक को न्यूट्रॉन से टकराकर छोटे नाभिकों में तोड़ा जाता है। इस प्रक्रिया में बड़ी मात्रा में ऊर्जा निकलती है। इसे नियंत्रित करके बिजली बनाने के लिए परमाणु रिएक्टरों में इस्तेमाल किया जाता है।

2. नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion): इसमें हल्के तत्व, जैसे हाइड्रोजन के दो नाभिक, आपस में मिलकर एक भारी नाभिक बनाते हैं। यह प्रक्रिया बहुत ज्यादा ऊर्जा पैदा करती है लेकिन इसके लिए अत्यधिक ऊंचे तापमान (लगभग 1 बिलियन डिग्री सेल्सियस) की आवश्यकता होती है। इन दोनों प्रक्रियाओं से निकलने वाली ऊष्मा का उपयोग भाप बनाने और फिर उससे विद्युत टरबाइन चलाकर बिजली उत्पन्न करने में किया जाता है।

Click Here For Full Notes

(v) ओजोन छिद्र

ओजोन छिद्र वह क्षेत्र है जहां ओजोन परत में पतलापन या क्षति होती है। यह परत सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी (UV) किरणों को अवशोषित कर पृथ्वी पर जीवन की रक्षा करती है। ओजोन छिद्र मुख्यतः दक्षिणी गोलार्ध में एंटार्कटिका के ऊपर पाया जाता है। मानव गतिविधियों, विशेष रूप से क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) के उपयोग, के कारण ओजोन परत को नुकसान पहुंचता है। यह समस्या 1980 के दशक में सामने आई, जिसके बाद जागरूकता और अंतर्राष्ट्रीय प्रयास बढ़े। ओजोन छिद्र से त्वचा कैंसर, आंखों की बीमारियां और पर्यावरणीय असंतुलन जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

(vi) टुंड्रा पारिस्थितिकी तंत्र

टुंड्रा पारिस्थितिकी तंत्र ठंडे क्षेत्रों, जैसे आर्कटिक और अल्पाइन टुंड्रा में पाया जाता है, जहाँ लंबी सर्दियाँ, कम वर्षा और पर्माफ्रॉस्ट होता है। वनस्पतियों में काई, लाइकेन, घास, और बौने पेड़ शामिल हैं, जबकि जीवों में आर्कटिक लोमड़ी, लेमिंग्स, और बर्फीले उल्लू होते हैं। जलवायु परिवर्तन और मानव गतिविधियों, जैसे तेल-गैस की खोज, इसे नुकसान पहुंचा रहे हैं। पर्माफ्रॉस्ट पिघलने से शंकुधारी पेड़ों का विस्तार हो रहा है।


(ख) सही है या गलत बताए

(i) एक पारिस्थितिकी तंत्र में, ऊर्जा उपभोक्ताओं से उत्पादकों तक प्रवाहित होती है।
(ii) मैंग्रोव वन मध्य प्रदेश राज्य में पाए जा सकते हैं।
(iii) बायोमेडिकल कचरा खतरनाक कचरे का एक उदाहरण है।
(iv) रबर, रेजिन, वृक्ष तेल आदि गैर लकड़ी वन उत्पाद (एनटीएफपी) के उदाहरण हैं
(v) हवा या पानी की क्रिया द्वारा मिट्टी की ऊपरी परत को हटाना भूमि निस्रीकरण कहलाता है।

उत्तर -

(i) एक पारिस्थितिकी तंत्र में, ऊर्जा उपभोक्ताओं से उत्पादकों तक प्रवाहित होती है। नहीं
(ii) मैंग्रोव वन मध्य प्रदेश राज्य में पाए जा सकते हैं। नहीं
(iii) बायोमेडिकल कचरा खतरनाक कचरे का एक उदाहरण है। हाँ
(iv) रबर, रेजिन, वृक्ष तेल आदि गैर लकड़ी वन उत्पाद (एनटीएफपी) के उदाहरण हैं हाँ
(v) हवा या पानी की क्रिया द्वारा मिट्टी की ऊपरी परत को हटाना भूमि निम्नीकरण कहलाता है। नहीं




Click Here For Full Notes

What do you think?

0 Response