NIOS Class-10th Chapter wise Important Topics
गृह विज्ञान (216) | हिंदी में
Ch- 20. किशोरावस्थाः रोमांच और चुनौतियॉं
प्रश्न 50. किशोरावस्था क्या हैं ? किशोरावस्था के दौरान होने वाले शारीरिक परिवर्तनों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर - किशोरावस्था : किशोरावस्था (Adolescence) लेटिन भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है- परिपक्वता की दिशा में विकसित होना। यह ऐसी अवस्था होती है जब व्यक्ति न तो बालक होता है और न ही वयस्क।
सरल शब्दों में - किशोरावस्था विकास की वह तीव्र अवस्था है जब बालक वयस्कता की ओर बढ़ते हैं। इसमें बालक युवक के समान व बालिकाएँ युवतियों की तरह प्रतीत होने लगती हैं। यह बाल्यावस्था तथा प्रौढ़ावस्था के बीच का परिवर्तन काल है। इस अवस्था को “टीनएज़" (Teenage) भी कहा जाता है जो कि 13-19 वर्ष तक मानी जाती है।
किशोरावस्था के दौरान शारीरिक परिवर्तन : किशोरावस्था के दौरान शारीरिक विकास यौवन से शुरू होता है जिसका अर्थ है यौन परिपक्वता की शुरुआत। इस अवधि के दौरान लगभग 75% वयस्क की ऊंचाई और लगभग 50% वयस्क वजन बढ़ जाता है।
किशोरियों में होने वाले शारीरिक परिवर्तन:
- स्तनों का विकास होता है तथा कमर की रेखा स्पष्ट हो जाती है।
- गर्भाशय तथा योनि आंतरिक रूप से शक्तिशाली हो जाती है।
- गुप्तांगों तथा बगल में बाल आने आरम्भ हो जाते हैं।
- आवाज बदलकर भरी हुई तथा सुरीली हो जाती है।
- रज:स्नाव (mensuration) आरम्भ हो जाता है। रज:स्राव का अर्थ है- गर्भाशय के व्यर्थ रक्त श्लेष्मा और टूटी-फूटी कोशिकाओं और उत्तकों का हर 28 दिन के अंतराल पर नियमित विसर्जन।
- चेहरे पर (होंठ के ऊपर तथा गालों पर) छोटे-छोटे मुलायम रोएँ आ जाते हैं।
- बाल्यावस्था की अपेक्षा त्वचा कठोर और मोटी हो जाती है। त्वचा में विद्यमान तेल-ग्रंथियाँ बड़ी और अधिक सक्रिय हो जाती हैं। और चेहरे पर मुँहासे निकलने लगते हैं।
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किशोरों में होने वाले शारीरिक परिवर्तन:
- गुप्तांगों तथा बगल में बाल आने आरम्भ हो जाते हैं।
- आवाज भारी हो जाती है।
- त्वचा कठोर और मोटी हो जाती है तथा चेहरे पर मुँहासे (pimples) भी निकल आते हैं।
- पेशीय बल में वृद्धि होती है।
- लड़कों के चेहरे पर बाल उगते है जो धीरे-धीरे घने व कड़े होकर दाढ़ी-मूँछ का रूप ले लेते हैं।
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प्रश्न 51. मीडिया द्वारा किशोरों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों की विवेचना कीजिए ।
उत्तर - मीडिया द्वारा किशोरों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव निम्नलिखित हैं :
सकारात्मक प्रभाव
- मीडिया न केवल विभिन्न मुद्दों पर जागरूकता पैदा करता है बल्कि टेलीविजन और रेडियो पर विभिन्न कार्यक्रमों में भागीदारी भी शामिल करता है।
- यह आपके लेखों को समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, वेबसाइटों आदि में प्रकाशित करने का अवसर भी प्रदान करता है।
- खेल, समाज सेवा आदि को बढ़ावा देकर मीडिया किशोरों को इन गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है।
नकारात्मक प्रभाव
- किशोर प्रायः प्रसिद्ध लोगों से काफी प्रभावित होते हैं और सितारों, व्यावसायिक खिलाड़ियों, फिल्मी कलाकारों तथा टेलीविजन के कलाकारों को अपना आदर्श मान लेते हैं और अपने स्वयं के व्यक्तित्व को पीछे छोड़ देते हैं।
- कलाकार तथा मॉडल अपने आदर्श शारीरिक आकार से युवावर्ग को प्रभावित करते हैं। अधिकतर लड़कियाँ अपने आहार को नियंत्रित करने लगती हैं जिसके कारण अनेक प्रकार के भोजन विकार उत्पन्न हो जाते हैं।
- लड़कों में भी जुनून की हद तक वजन प्रशिक्षण की समस्या उत्पन्न हो रही है और वे अपनी माँसपेशियों को बढ़ाने तथा अधिक भार उठाने की क्षमता में वृद्धि करने के लिए दवाईयाँ तथा आहारीय पूरक लेते हैं।
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