प्रश्न 1 - प्रारंभिक आधुनिक यूरोप से क्या तात्पर्य है ? स्पष्ट कीजिए।

Jun 03, 2025
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प्रश्न 1 - प्रारंभिक आधुनिक यूरोप से क्या तात्पर्य है ? स्पष्ट कीजिए।

अथवा

प्रारंभिक आधुनिक यूरोप में प्रमुख सांस्कृतिक परिवर्तन क्या थे? लिखिए।

उत्तर - परिचय

यूरोपीय इतिहास की शुरुआत में मध्ययुग के अंत के बाद आधुनिकता की ओर संक्रमण शुरू होता है जिसमें विभिन्न परिवर्तन और विकास देखे गए। लगभग 15वीं सदी से 18वीं सदी के बीच यूरोपीय इतिहास में घटने वाली घटनाओं को ही प्रारम्भिक आधुनिक यूरोप कहा जाता है, यह ऐसा काल रहा जिसमें राजनीतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक परिवर्तन हुए जिसमें पुनर्जागरण  (Renaissance), सुधार (Reformation), विज्ञान और प्रौद्योगिकी (Science and Technology) जैसे ही कई महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल थे।

प्रारम्भिक आधुनिक यूरोप का अर्थ - प्रारम्भिक आधुनिक यूरोप का अर्थ यूरोपीय मध्ययुग के अंत के बाद होने वाली आधुनिकता की ओर बढ़ावे की शुरुआत से है, जो यूरोप की आधुनिकता को दर्शाती है।

  • प्रारम्भिक आधुनिक यूरोप की बात करने पर सामान्यतः हम 15वीं सदी से लेकर 18वीं सदी के आसपास की बात कर रहे हैं, जो कि मध्ययुग के बाद की आने वाली अवधि को इंगित करता है। इस समय को "रीनेसांस" भी कहा जाता है, इसी काल में यूरोप में राजनीतिक, सांकृतिक, आर्थिक व धर्मिक जैसे क्षेत्रों मे महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए। 
  • प्रारम्भिक आधुनिक यूरोप के उद्भव और विकास के संबंध मे पुनर्जागरण, सुधार, विज्ञान और प्रोद्योगिकी मे विकास, साहित्य, मनुष्य कि सोच, कला और धार्मिक क्षेत्र मे परिवर्तन शामिल है, जिनके द्वारा यूरोप मे मध्ययुग मे प्रचलित अंधविश्वास और अशिक्षा जैसी धारणाओ को समाप्त किया गया और आधुनिक युग की ओर आगे बढ़ गया। 

प्रारम्भिक आधुनिक यूरोप की प्रमुख विशेषताएं :

  • बौद्धिक विकास - यूरोप में आधुनिक युग का आरंभ "बौद्धिक विकास" के साथ हुआ। आधुनिक काल आरंभ होने से पहले मध्ययुग 'अज्ञानता एवं अन्धकार' का समय था इस काल के दौरान आस्था के स्थान पर तर्क और बुद्धि को महत्व दिया जाने लगा था।
  • कला-साहित्य का उत्थान - इस काल के अंतर्गत कला और संस्कृति का विशेष रूप से विकास हुआ जिसमें कई विचारकों द्वारा अपने विचारों का प्रचार-प्रसार किया गया। इस समय चित्रकला में
    काफी विकास हुआ मासाच्चो (1401-1428) इस चरण के यथार्थवादी चित्रकार थे। साहित्य के क्षेत्र में लेखन विकास हुआ एवं मानवतावादी विचारों के साथ साहित्य में अभिव्यक्ति प्रदान की गई।
  • विज्ञान-प्रौद्योगिकी व दर्शनशास्त्र में विकास - इस काल के दौरान कोपरनिक्स ने "ऑन द रेवोल्यूशन ऑफ द हेवनली स्फीयर” में तर्क दिया कि सूर्य ब्रह्मांड के केंद्र में है और सभी गृह इसके चारों ओर घूमते है। साथ ही गैलिलियों और विंची ने गुरुत्वाकर्षण की अवधारणा पर काम किया। अर्थात इस दौरान वैज्ञानिकता में विकास हुआ तथा इस दौरान दर्शनशास्त्र का विकास हुआ इस दौरान मैंकियावली जैसे प्रमुख दार्शनिक हुए जिन्होंने “द प्रिंस" रचना में उनके दार्शनिक विचारों को व्यक्त किया।
  • सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन - पादरी, कुलीन और किसान का वर्णन मध्ययुगीन काल का है। जबकि सोलहवीं सदी में कुलीनों का सामाजिक अभिजात वर्ग पर प्रभुत्व था, उनके पास बहुत सारी ज़मीन और संपत्ति थी, अठारहवीं सदी तक वे धनी व्यापारियों द्वारा सामाजिक अभिजात वर्ग में शामिल हो गए थे । इस युग के समय प्रमुख रूप से नगरीय जीवनशैली की शुरुआत और व्यापारिक प्रणालियों में सुधार के कारण समाज में बदलाव आया और नई आर्थिक तंत्र शुरु हुआ। शहरों की संख्या में और आकार में बढ़ावा हुआ और व्यापार के क्षेत्र में भी विस्तार हुआ।
  • धार्मिक-विवाद और सुधार - मार्टिन लुथर के नेतृत्व में, धर्म के क्षेत्र मे सुधार का प्रारंभ हुआ। लूथर के प्रयासों के बाद, प्रोटेस्टेंट धर्म की उत्पत्ति हुई, जो रोमन कैथोलिक चर्च के खिलाफ उत्कृष्ट था। यह धर्मिक समृद्धि और जनसंख्या में वृद्धि के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तनों का केंद्र था। समाज में कई बदलावों को उत्पन्न किया। इस दौरान व्यक्तिगत धर्मिक स्वतंत्रता, शिक्षा को प्रोत्साहन, और भाषाई स्वतंत्रता की बढ़ती मांगों को प्रोत्साहित किया गया।

प्रारम्भिक आधुनिक यूरोप मे सांस्कृतिक परिवर्तन :\

  • दार्शनिक और बौद्धिक विकास - इस काल के समय सांस्कृतिक परिवर्तन मे मानव की सोचने समझने की क्षमता का विकास हुआ जिस कारण से तर्क व बुद्धि का प्रयोग कर वह आस्था की जगह बौद्धिकता को महत्व देने लगा। इसमे व्यक्ति की दार्शनिक प्रवृत्ति शामिल होने हुई जिसने "व्यक्ति की खोज" और "सामूहिक स्वतंत्रता" के बीच टकराव को प्रारंभ किया।
  • मानवतावाद व व्यक्तिवाद - इस युग मे सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तन मे मानवतावाद का था जिसमे मनुष्य के जीवन मे रुचि लेना, मानव की समस्याओं का समझना व उसके जीवन को सुधारने व अच्छा बनाने के लिए कार्य करना जिसमे ईश्वर को नहीं बल्कि मानव को केंद्र मे रखकर चिंतन करना शामिल था तो व्यक्ति को इसमे उसके महत्व से परिचित करवाया गया था जिसमे उस काल के चित्रकारों, साहित्यकारों को प्रमुख रूप से शामिल किया गया था।
  • कला, शिक्षा और साहित्य मे परिवर्तन - इस दौरान कला मे उन्नति हुई जो मध्यकाल की कला मे धर्म का प्रभाव था तो प्रारम्भिक आधुनिक यूरोप के युग मे कलाकारों धर्म के स्थान पर कला मे अपने निजी विचारों, सुंदरता व जीवन से जुड़ी घटनाओ को जोड़ा। और चित्रकला, स्थापत्यकला, मूर्तिकला, संगीतकला मे महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए। शिक्षा मे यूरोप के विभिन्न क्षेत्रों मे विश्वविद्यालयों की स्थापना होने लगी। व साहित्य के क्षेत्र मे भाषाओ मे विकास हुआ, इतालवी, जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश, अंग्रेजी इत्यादि भाषाओ का प्रमुख रूप से विकास हुआ और अमीर-गरीब के लिए किताबें छपने लगी।
  • कागज और प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार - यूरोपवासियों ने 15वी शदी के बीच मे प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार किया और इनका उपयोग महत्वपूर्ण यूरोपीय देश जैसे इटली, जर्मनी, स्पेन और फ्रांस मे होने लगा। इस प्रकार से कागज और प्रिंटिंग प्रेस जैसी तकनीक के आविष्कार ने विशेष लोगों के
    एकाधिकार को खत्म कर दिया।
  • विश्व अभिविन्यास (जुड़ाव) के लिए यात्राएं और अन्वेषण पूछताछ - शुरुआती आधुनिक काल के समय दुनिया भर मे बड़े पैमाने पर समुद्री यात्राएं हुई। ये यात्राएं दूसरों पर उपनिवेश बनाने के लिए नहीं थी, बल्कि ये यात्राएं दूसरों के साथ मजबूत सांस्कृतिक संबंध बनाने की थी। इन यात्राओं और अन्वेषणों ने न केवल एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य को बनाया बल्कि तकनीकी परिवर्तनों और समुद्र के नक्शे बनाने अच्छी प्रगति हुई।

प्रारम्भिक आधुनिक यूरोप मे सांस्कृतिक परिवर्तन का मूल्यांकन :

  • यूरोप मे हुए आधुनिक विचार की शुरुआत के जरिए विकास के चरणों को अपनाया गया जो मध्य युग के अंत के परिणामस्वरूप अस्तित्व मे आया।
  • इसके सांस्कृतिक परिवर्तन मे दार्शनिक और बौद्धिक, कला, शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र मे जरूरी विकास हुआ जिसमे विचारकों के विचारों पर कार्य किया जाने लगा तथा कला के क्षेत्र मे कलाकारों द्वारा धार्मिक प्रभाव को छोड़कर अपने निजी विचारों का उपयोग किया जाने लगा तथा अपनी कल्पनाओं का उपयोग अपनी कला मे करने करने लगा।
  • प्रिंटिंग जैसी व्यवस्था के कारण किसी मनुष्य के एकाधिकार का समापन हो गया क्योंकि अब हर कोई अपने विचारों को लिखकर प्रिन्ट करवा सकता था। और उनका प्रचार-प्रसार कर सकता था। सांस्कृतिक संबंधों के उद्देश्य से यात्राएं शुरू की गई जिसके कारण नए विदेशी संबंध बनाए जाने लगे तथा यात्राओं का लाभ समुद्री नक्शे बनाने मे मिला।

निष्कर्ष

यूरोप मे प्रारम्भिक आधुनिक यूरोप की आवधि के दौरान एक महत्वपूर्ण संक्रमण का कदम उठाया गया था जो मध्य-युग मे प्रचलित समस्याओं के समाधान को लेकर था जिसमे विभिन्न क्षेत्रों मे सुधार किए गए थे। उस समय हुए कला-साहित्य, विज्ञान-प्रोद्योगिकी, शिक्षा प्रोत्साहन, व्यक्तिगत धार्मिक स्वतंत्रता जैसे क्षेत्रों मे हुए विकास के कारण यूरोप दुनिया मे एक विकसित क्षेत्र के रूप मे शामिल हो चुका है आधुनिक यूरोप के युग मे सांस्कृतिक परिवर्तनो मे मनुष्य के विकास के साथ-साथ मनुष्य के द्वारा किए गए विकास को शामिल किया गया।

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