NIOS Class-10th Chapter wise Important Topics
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पाठ - 1 गृह विज्ञान क्या है?
गृह विज्ञान का अर्थ
गृह विज्ञान दो शब्दों से मिलकर बना है- 'गृह' तथा 'विज्ञान'। गृह का अर्थ है - 'घर' अर्थात् निवास स्थान तथा 'विज्ञान' का अर्थ है - 'व्यवस्थित ज्ञान'।
इस प्रकार गृह से सम्बन्धित विभिन्न पहलुओं के व्यवस्थित ज्ञान को 'गृह विज्ञान' कहते हैं, जिसमें मुख्य रूप से आवास तथा स्वच्छता, भोजन, सिलाई, कढ़ाई, गृह सज्जा, शरीर रचना एवं स्वास्थ्य रक्षा, आय-व्यय का बजट बनाना, सदाचार, वस्त्रों की प्रकृति तथा चुनाव, उनकी धुलाई तथा रख-रखाव आदि सम्मिलित हैं।
गृह विज्ञान की प्रासंगिकता
गृह विज्ञान का अध्ययन करने से व्यक्ति अपने संसाधनों का बेहतर प्रबंधन कर सकता है और समस्याओं के समाधान के लिए सही मार्ग चुन सकता है। यह न केवल घर और व्यक्तिगत जीवन को खुशहाल बनाता है, बल्कि व्यावसायिक जीवन में भी सहायक होता है। यह युवाओं को जिम्मेदार नागरिक, माता-पिता और सफल व्यवसायी बनाने में मदद करता है।
गृह विज्ञान विषय लड़के व लड़कियों दोनों के लिए आवश्यक है :
- दोनों को ही इस तीव्र प्रतिस्पर्धात्मक संसार में सफल होना है।
- दोनों को ही संसाधनों का प्रबंधन करना है।
- गृह विज्ञान लड़के और लड़कियों दोनों को ही लिए विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक अवसर प्रदान करता है।
- आज के समय में छोटे परिवारों की अधिकता है, इसलिए दोनों को घरेलू उत्तरदायित्वों और कार्यों में भागीदारी करनी है।
- इसके अतिरिक्त नौकरीपेशा महिलाएं भी बढ़ती जा रही हैं। जिसका अर्थ है, महिलाओं पर अतिरिक्त जिम्मेदारी का बढ़ना। महिला अपने परिवार की भलाई के लिए गृहनिर्माण के साथ आय भी बढ़ा रही है। इन परिस्थितियों में महिलाओं के अतिरिक्त कार्यभार में पुरूषों की भी भागीदारी होनी चाहिए।
गृह विज्ञान में विशेषज्ञता के क्षेत्र

मुख्य शाखा
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विशेषज्ञता की उप शाखाएँ
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भोजन तथा पोषण
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- भोजन विज्ञान
- पोषण - औषधीय पोषण तथा सामुदायिक पोषण
- संस्थागत खाद्य सेवा
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संसाधन प्रबंधन
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- संसाधन प्रबंधन
- आवासन तथा उपकरण
- आंतरिक साज सज्जा
- उपभोक्ता शिक्षा
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कपड़ा एवं वस्त्र विज्ञान
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- कपड़े की संरचना
- टैक्सटाइल विज्ञान
- टैक्सटाइल डिजाइनिंग
- वस्त्र डिजाइनिंग
- वस्त्रों का रख रखाव तथा देखरेख
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मानव विकास
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- बाल-कल्याण
- किशोरावस्था, विवाह तथा पारिवारिक मार्गदर्शन
- बुजुर्गों की देखभाल
- विशेष बच्चों की देखरेख
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संप्रेषण तथा विस्तार
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- संप्रेषण का माध्यम
- कार्यक्रम नियोजन तथा मूल्यांकन
- प्रशिक्षण तथा क्षमता निर्माण
- सामुदायिक सेवा संगठनों का प्रबंधन
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गृह विज्ञान में कॅरियर के अवसर
- स्वरोजगार : स्वरोजगार से तात्पर्य है आप एक उद्यम के स्वामी स्वयं है तथा उस उद्यम के संचालन तथा वित्तपोषण का कार्य स्वयं करते हैं।
- वेतन रोजगार : वेतन रोजगार का अर्थ है कि आप किसी दूसरे के लिए कार्य करते हैं और अपनी सेवाओं के बदले में वेतन प्राप्त करते हैं।
गृह विज्ञान शिक्षा में रोजगार के अवसर
ज्ञान/कौशल
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रोजगार के अवसर
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स्वरोजगार के अवसर
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कैटरिंग (खान-पान)

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- कैंटीन, रेस्तराँ का स्टॉफ
- कॉफी/चाय की दुकान आदि में रसोइयाँ
- सर्विस स्टॉफ
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- कैंटीन, रेस्तरा, कॉफी/ टी-शॉप आदि का स्वामी।
- घर से ही भोजन सेवा।
- हॉबी कक्षाएँ आयोजित करना।
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खाद्य संरक्षण/ बेकरी तथा कन्फैक्शनरी

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- उत्पादन
- सेवा स्टॉफ का प्रशिक्षण
- सामुदायिक केन्द्र का प्रभारी
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- उत्पादन इकाई का स्वामी
- घर पर ही उत्पादन सेवा
- हॉबी कक्षाएं आयोजित करना।
- जीविका संवर्धन प्रयासों के रूप में कार्यरत एनजीओ को प्रशिक्षण देना।
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आंतरिक साज सज्जा

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- इंटीरियर डिजाइनर
- फर्नीचर डिजाइनर
- शो-रूम में स्टॉफ
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- इंटीरियर डिजाइनर
- फर्नीचर डिजाइनर
- हॉबी कक्षाएँ/पाठ्यक्रम आयोजित करना।
- शो-केस तथा विंडो डिस्प्ले डिजाइन
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आर्ट एंड क्राफ्ट

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- सरकारी इम्पोरियमों/ शोरूमों / एन्टीक शॉपस् में कर्मचारी बनना
- आर्ट एंड क्राफ्ट की वस्तुओं का डिजाइनर
- उत्पादन इकाइयों में कर्मचारी
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- स्वयं की दुकान/उद्यम चलाना
- घर से संचालित क्राफ्ट केन्द्र
- हॉबी पाठ्यक्रम/ कक्षाएं आयोजित करना।
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अध्यापन

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- क्रैच, प्ले स्कूल, डे-केयर केन्द्र में स्टाफ
- स्कूल/कॉलेज में अध्यापन
- पॉलिटेक्नीक में अध्यापन
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- क्रैच, प्ले स्कूल आदि का स्वामी
- डे-केयर या स्कूल के पश्चात शिशुओं की देखरेख।
- घर पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना
- अल्पावधि के पाठ्यक्रम
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