NIOS Class-10th Chapter wise Important Topics
गृह विज्ञान (216) | हिंदी में
9. वस्त्र की देखरेख तथा अनुरक्षण
प्रश्न 22. धुलाई व ड्राई- क्लिीनिंग में अंतर स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर - धुलाई व ड्राई-क्लीनिंग में अंतर :
धुलाई
|
ड्राई- क्लिीनिंग
|
कपड़े से धूल आदि को हटाने के लिए साबुन/डिटर्जेंट तथा पानी का प्रयोग किया जाता है।
|
कपड़े से धूल आदि को हटाने के लिए ग्रीस अवशोषक तथा विलायक का प्रयोग किया जाता है।
|
पक्के रंग वाले कपड़ों को आसानी से धोया जा सकता है।
|
चमड़े तथा फर वाले कपड़े, चुनिंदा रेशम तथा ऊनी कपड़े, जरी वाले तथा महंगे कपड़ों को ड्राई- क्लीन किया जाता है।
|
✅ सभी महत्वपूर्ण और सटीक टॉपिक्स तक पहुँचने के लिए यहाँ क्लिक करें!
Click Here: गृह विज्ञान (216) | हिंदी में
प्रश्न 23. कॉफ़ी, रक्त व लिपिस्टिक का दाग छुड़ाने की प्रक्रिया बताइए ।
उत्तर - कॉफ़ी, रक्त व लिपिस्टिक का दाग छुड़ाने के लिए अलग-अलग प्रक्रियाएं हैं :
कॉफ़ी का दाग छुड़ाना:
- ताजा धब्बा दाग के ऊपर गर्म पानी डालें।
- पुराने धब्बा कपड़े के दाग वाले भाग को ग्लीसरीन में डुबाएँ या दाग के ऊपर बोरेक्स पाऊडर को छिड़कें और दाग वाले भाग को मग या पैन के ऊपर रखकर उसके ऊपर गर्म पानी डालें।
रक्त का दाग छुड़ाना:
- ताजा धब्बा ठंडे पानी तथा साबुन से साफ करें।
- पुराने धब्बा नमक के पानी (2 छोटे चम्मच नमक + एक बाल्टी पानी), या हल्के एमोनिया में डुबोएँ।
लिपिस्टिक का दाग छुड़ाना:
- ताजा धब्बा दाग के अतिरिक्त भाग को खुरच कर निकाल लें।
- मिथाईल युक्त स्पिरिट या मिट्टी के तेल से दाग को स्पांज की सहायता से सुगमता से साफ करें।
- टर्पेनटाईन से सुखाएँ।
- पुराने धब्बा ऊपर बताई गई प्रक्रिया को दो से तीन बार दोहराएँ।
प्रश्न 24. दागों को साफ़ करते समय किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है ।
उत्तर - दागों को साफ़ करते समय निम्न बातों को ध्यान रखना चाहिए :
- जहाँ तक संभव हो दागों को उसी समय साफ कर लेना चाहिए जब वे ताजा हों।
- नाजुक तथा / या रंगीन कपड़ों के मामले में, पहले कपड़े के अंदरूनी हिस्से के एक छोटे हिस्से पर या कपड़े के उस हिस्से पर रसायन लगाने का प्रयास करें जो दिखाई नहीं देता है। यदि ऐसा करने पर उस कपड़े या उसके रंग को कोई हानि होती है तो दाग निकालने के लिए उस रसायन का प्रयोग न करें।
- हल्के व मृदु अनुकर्मकों का प्रयोग करें क्योंकि ये कम हानिकारक होते हैं, चाहे फिर दाग निकलने में कुछ अधिक समय लगे।
- दाग निकालने के पश्चात कपड़े को कई बार पानी से साफ करें क्योंकि अभिकर्मक सूखने के पश्चात कपड़े को हानि पहुंचा सकता है।
प्रश्न 25. ऊनी कपड़ों की धुलाई किस प्रकार की जाती हैं ?
उत्तर - ऊनी कपड़ों की धुलाई : ऊनी कपड़े घर में प्रयोग होने वाले किसी भी अन्य कपड़े से अधिक नाजुक होते हैं। ऊनी कपड़ों की सतह पर रेशे होते हैं और इनकी सही ढंग से देखरेख न की जाए तो इनमें रूएँ निकल आते हैं। इसलिए ऊनी कपड़ों की धुलाई के समय विशेष सावधानी रखनी चाहिए।
बुनाई वाले ऊनी कपड़े गीले होने के पश्चात अपना आकार खो देते हैं, अतः इनके आकार को पुनः प्राप्त करने के लिए इन्हें सपाट सतह पर सुखाया जाता है।
ऊनी कपड़ों की धुलाई के लिए निम्नलिखित चरणों का अनुसरण करना चाहिए:
- वॉशिंग मशीन कपड़ों को ट्विस्ट करके धोती है जिससे ऊनी कपड़े डैमेज हो सकते हैं या उनका साइज चेंज हो सकता है। इसलिए ऊनी कपड़ों को खासकर स्वेटर्स को हाथ से या बहुत ही सॉफ्ट मुलायम ब्रश से ही साथ साफ करें।
- इन्हें अच्छी तरह से खंगाल लें।
- ऊनी कपड़ों को कभी भी गर्म पानी में ना धोएं। इससे उनके रोएं निकल सकते हैं। हमेशा ठंडे पानी का ही प्रयोग करें। अगर बहुत ही जरुरी है तो पानी को हल्का-सा गुनगुना कर सकते हैं।
- यदि आवश्यकता हो तो इस पर स्टीम प्रैस करनी चाहिए।
- अगर ऊनी कपड़ों में दाग लग जाए तो एक टिश्यू पेपर लें। उसमें हल्का- सा साबुन लगाकर हल्के हाथों से पोंछ लीजिए। दाग हट जाएंगे। केवल दाग को हटाने के लिए कपड़े को पूरा धोना जरूरी नहीं है।
- कपडें पूरी तरह से सूखने के पश्चात इन्हें एक शुष्क स्थान पर हैंगर में या सपाट सतह पर कपूर की गोलियों या ओडोनिल की गोलियों के साथ संभाल कर रखा जाना चाहिए।
✅ सभी महत्वपूर्ण और सटीक टॉपिक्स तक पहुँचने के लिए यहाँ क्लिक करें!
Click Here: गृह विज्ञान (216) | हिंदी में