Welcome to MVS Blog
प्रश्न 1 आधुनिक भारतीय राजनीतिक चिंतन की विशेषताओं और इसके महत्व का वर्णन कीजिए।
उत्तर -
परिचय
आधुनिक भारतीय राजनीतिक चिंतन ने सामाजिक सुधार, समानता और स्वतंत्रता में अहम भूमिका निभाई। राजा राममोहन राय, महात्मा गांधी और डॉ. अंबेडकर जैसे महान विचारकों ने ने 19वीं-20वीं शताब्दी में जातिवाद, लैंगिक असमानता जैसी बुराइयों को खत्म करने का प्रयास किया। उन्होंने लोकतंत्र, समानता और न्याय को बढ़ावा दिया। उनका चिंतन समाज में जागरूकता, एकता और प्रगति लाने में सहायक रहा। आज भी यह चिंतन सामाजिक और राजनीतिक सुधारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
आधुनिक भारतीय राजनीतिक चिंतन का अर्थ
आधुनिक भारतीय राजनीतिक चिंतन भारतीय समाज में लोकतंत्र, समानता और स्वतंत्रता को बढ़ावा देने वाली विचारधारा है। यह सामाजिक सुधार, न्याय और जातिवाद तथा लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने पर केंद्रित है।
आधुनिक राजनीतिक चिंतन की उत्पत्ति और विकास की पृष्ठभूमि
1. ऐतिहासिक और सामाजिक परिस्थितियाँ (18वीं 19वीं सदी) आधुनिक भारतीय राजनीतिक चिंतन की उत्पत्ति ब्रिटिश शासन और भारतीय समाज की समस्याओं से हुई। 18वीं और 19वीं सदी में समाज में आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक बदलाव हुए, जिसने नए विचारों का विकास किया। इस दौरान भारत में सामाजिक सुधारों की आवश्यकता महसूस की गई।
2. स्वतंत्रता संग्राम और सामाजिक आंदोलन (19वीं 20वीं सदी): स्वतंत्रता संग्राम और सामाजिक आंदोलनों ने भारतीय राजनीतिक चिंतन को प्रभावित किया। 19वीं और 20वीं सदी में विचारकों ने राष्ट्रीय एकता, समानता और न्याय के सिद्धांतों को महत्व दिया, ताकि एक समृद्ध भारत की दिशा तय हो सके।
3.आधुनिकता और विज्ञान का प्रभाव (20वीं सदी) : आधुनिकता, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास ने 20वीं सदी में नई राजनीतिक धाराओं को जन्म दिया। इसने सामाजिक न्याय, अधिकार और समानता को प्रोत्साहित किया और समाज में बदलाव के लिए प्रेरित किया।
आधुनिक भारतीय राजनीति की प्रगति और विकास में भूमिका निभाने वाले प्रमुख विचारक
राममोहन राय (1772-1833) ने बाल विवाह, सती प्रथा और जातिवाद के खिलाफ अभियान चलाया। वीर सावरकर (1883-1966) ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और हिंदू राष्ट्र की अवधारणा प्रस्तुत की।
लोकमान्य तिलक (1856-1920) ने स्वतंत्रता और एकता के लिए संघर्ष किया।
महात्मा गांधी (1869-1948) ने अहिंसा और सत्याग्रह से स्वतंत्रता प्राप्त की।
रवीन्द्रनाथ टैगोर (1861-1941) और स्वामी विवेकानंद (1863-1902) ने सामाजिक और राष्ट्रीय सुधारों को प्रोत्साहित किया। डॉ. अम्बेडकर (1891-1956) ने संविधान तैयार किया और समानता की स्थापना की।
आधुनिक भारतीय राजनीतिक चिंतन की प्रमुख विशेषताएं
1. व्यावहारिकता और संघर्ष : भारतीय नेताओं ने समाज में सुधार एवं राष्ट्रीय एकता के लिए संघर्ष किया। ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता की आवश्यकता महसूस की और आंदोलनों में भाग लिया। राजा राममोहन राय, लोकमान्य तिलक और महात्मा गांधी जैसे नेताओं ने समानता और स्वतंत्रता के लिए काम किया।
2. प्राचीन विचारों का प्रभाव : भारतीय संस्कृति और विचारों ने आधुनिक राजनीतिक चिंतन को आकार दिया। भारतीय धर्म और दर्शन ने समाज में न्याय और समानता की दिशा में योगदान दिया। चिंतकों ने प्राचीन तत्वों को समझकर समस्याओं का हल ढूंढने की कोशिश की।
3. विविधता और सामाजिक न्याय : आधुनिक भारतीय चिंतकों ने समाज में समानता की बात की
और जातिवाद, भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई। उनका उद्देश्य समाज को एकजुट करना और सभी को समान अधिकार देना था।
4.आर्थिक और सामूहिक विकास : आधुनिक भारतीय चिंतकों ने समाज के हर वर्ग के विकास और समान अवसर की बात की। उन्होंने गरीबी, असमानता और श्रमिकों के अधिकारों पर ध्यान दिया, ताकि सभी वर्गों को समान विकास मिल सके।
5.महिलाओं के अधिकारों की मांग महिलाओं के समान अधिकारों की मांग भारतीय राजनीतिक चिंतन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनी। सुधारकों ने महिलाओं को शिक्षा, स्वतंत्रता और समानता के अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया। सावित्रीबाई फुले, ताराबाई शिंदे और राममोहन राय जैसे नेता महिलाओं के अधिकारों को मुख्यधारा में लाए और समाज में जागरूकता फैलाई।
6. राष्ट्रीय एकता और संघीयता: भारतीय चिंतन में देश की एकता और विभिन्न क्षेत्रों के सहयोग की
बात की गई। चिंतकों ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि विभिन्न समुदाय और क्षेत्र मिलकर देश की प्रगति में योगदान करें।
आधुनिक भारतीय राजनीतिक चिंतन का महत्व
1. नए और विशिष्ट दृष्टिकोण : आधुनिक राजनीतिक चिंतन नए और ताजगी भरे विचारों के साथ समस्याओं का समाधान पेश करता है। यह राजनीति और समाज के मुद्दों को नए तरीके से समझने और सुलझाने की कोशिश करता है।
2. समाज के विकास में भूमिका : यह चिंतन समाज को अपनी समस्याओं और चुनौतियों को समझने में मदद करता है। इससे समाज में सकारात्मक बदलाव आते हैं और लोग विकास की दिशा में आगे बढ़ते हैं।
3. राजनीतिक नीतियों का निर्धारण : आधुनिक चिंतन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक
नीतियों को प्रभावित करता है। यह समृद्ध और समान विचारों को बढ़ावा देता है, ताकि समाज के सभी वर्गों का कल्याण हो।
4. आर्थिक और सामाजिक जागरूकता : यह चिंतन लोगों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे
में जागरूक करता है। इससे वे समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित होते हैं और बदलाव लाने में मदद करते हैं।
5. समाज में सकारात्मक बदलाव : यह चिंतन समाज में सुधार और प्रगति लाने के लिए महत्वपूर्ण है। यह समृद्धि और समानता की ओर लोगों को प्रेरित करता है और समाज को आगे बढ़ने में मदद करता है।
निष्कर्ष
आधुनिक भारतीय राजनीतिक चिंतन ने समाज में सुधार, समानता और स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण दिशा दी। इसने सामाजिक न्याय, महिलाओं के अधिकार और आर्थिक समानता पर जोर दिया। यह चिंतन समाज को एकजुट करने, नए विचारों को अपनाने और सकारात्मक बदलाव लाने में मददगार साबित हुआ।
0 Response